जहाँ Bluetooth की खोज आज समय में एक क्रांतिकारी साबित हुई है वहीँ लगातार बदलती दुनिया मे लगातार तकनीक भी बदल रही हैं । कुछ दशक पहले तक जहाँ डेटा भेजने और प्राप्त करने के लिए तारो का एक भारी भरकम एक जाल होता था, वही आज बिना तार के ही ये काम पूरा किया जा सकता हैं । आज के दौर में तकनीक इतनी बदल गई है कि वीडियो कॉल के माध्यम से हम घर बैठे दूर किसी व्यक्ति से प्रत्यक्ष बात कर सकते है और उसे देख भी सकते है.
इसी बदलती तकनीक का एक उदाहरण है ब्लूटूथ (Bluetooth). जिससे बिना तार के ही किसी भी प्रकार के डेटा को एक जगह से दूसरी जगह भेजने में मदद मिलती है।
आइये जानते है ब्लूटूथ क्या है और इसका अविष्कार किसने और कब क्या था।
ब्लूटूथ क्या है
ब्लूटूथ एक डाटा को एक्सचेंज करनी की टेक्नोलॉजी है इस डिवाइस की सहायता से हम किसी भी प्रकार के डाटा को बिना किसी माध्यम के एक जगह से दूसरी जगह आसानी से भेज सकते है।
इस टेक्नोलॉजी की मदद से आप किसी भी डिवाइस से डाटा सेंड और रिसीव कर सकते हैं। ब्लूटूथ डिवाइस की मदद से आप आप किसी भी डिवाइस से बिना तार के डेटा भेज (Send) व प्राप्त (Receive) कर सकते हैं। आज के समय में यह डिवाइस इतना प्रसिद्ध है कि इस बात का अंदजा आप इस बात से लगा सकते है कि आज लगभग सभी कीपैड फोन, स्मार्ट फ़ोन, टेबलेट, कंप्यूटर, लैपटॉप आदि में इन डिवाइस के अंदर ब्लूटूथ टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जाता है।
ब्लूटूथ का अविष्कार किसने किया था और कब
Bluetooth का सबसे पहले अविष्कार सन 1994 ई. में Jaap Haartsen (जाप हार्टसेन) ने किया था। जाप हार्टसेन एक रेडियो वैज्ञानिक थे। जिस समय इन्होंने ब्लूटूथ का अविष्कार किया था उस समय यह नीदरलैण्ड के एम्मेन जगह पर रेडियो प्रणाली पर काम कर रहे थे।
उसी दौरान इन्होंने ब्लूटूथ तकनीक का आविष्कार किया। ऐसा माना जाता है इन्होंने नॉर्वे के 10 सदीं के राजा हेराल्ड "ब्लूटूथ" ब्लेकेंट के नाम पर रखा गया है।
20 मई 1999 को ब्लूटूथ स्पेशल इंटरेस्ट ग्रुप की स्थापना की गई। इसकी स्थापना Ericsson, IBM, Intel, Toshiba And Nokia, के द्वारा मिलकर किया गया। इस ब्ल्यूटूथ टैक्नोलॉजी को IEEE 802-151. के नाम से भी जाना जाता है।
इस टेक्नोलॉजी को सन 2008 में बहुत ज्यादा लोकप्रियता मिली। जहाँ मोबाइल में मात्र 5 प्रतिशत ब्लूएटूथ तकनीक का इस्तेमाल किया जाता था। वही आज की तुलना में लगभग 95 प्रतिशत मोबाइल डिवाइस में इस तकनीक ब्लूटूथ का इस्तेमाल किया जा रहा है।
इसके अनेक वर्जन आते रहते है । यह भी समय के साथ अपडेट किया जाता रहता है । इसका पहला वर्जन 1.1 था । जिसके बाद 1.2 , 2. 0 , प्लस , इ डी आर ये सब इनकी स्पीड और इनकी कंनेटिविटी की रेन्ज के आधार पर बांटे जाते है ।
ये भी पढ़े : ब्लूटूथ का नाम ब्लूटूथ कैसे पड़ा
इसके समय-समय पर नए-नए वर्जन आते रहते है। इसे भी समय-समय पर अपडेट किया जाता है। ब्लूटूथ का पहला वर्जन 1.1 था, जिसके बाद 1.2 आया फिर 2. प्लस आया और आज के समय में 5.2 वर्जन चल रहा है। ब्लूटूथ के पहले वर्जन में ज्यादा अच्छी कनेक्टिविटी नहीं थी इसलिए इसे समय-समय पर अपडेट किया गया है। और इसके नए-नए वर्जन आते रहते है।